रेलगाड़ियों में अग्नि सुरक्षा उपकरण |
अग्नि और धुएं का पता लगाने वाली स्वचालित व्यवस्था के नवीनतम तकनीकी विशेषताओं के तहत रेल डिब्बों में आग लगने की किसी घटना पर ट्रेन में ब्रेक लग जाने का प्रावधान है। यह व्यवस्था खतरे की स्थिति में पहुंचते ही सक्रिय हो जाती है। पायलट परियोजना के तहत नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस के एक रेक में अग्नि और धुएं का पता लगाने वाली स्वचालित व्यवस्था का वास्तविक परीक्षण किया गया है। इसके अतिरिक्त नई दिल्ली-जम्मूतवी राजधानी एक्सप्रेस के एक और एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) में यह व्यवस्था मुहैया कराई गई है। प्रारम्भिक परीक्षण से प्राप्त प्रतिपुष्टि के आधार पर डिब्बों में यात्रियों की संख्या पर आधारित व्यापक जमीनी परीक्षण के लिए तकनीकी संशोधन किए गए हैं। अग्नि और धुएं का पता लगाने की व्यवस्था को एयर ब्रेक प्रणाली के साथ जोड़ा गया है, ताकि आपातकालीन स्थितियों में गाड़ी रोकी जा सके। अग्नि और धुएं का पता लगाने वाली स्वचालित व्यवस्था चूंकि दो रेकों में लगाई जा रही है इसलिए इस प्रणाली के तहत रेलगाड़ियों में स्वचालित ब्रेक की व्यवस्था नहीं है। आग लगने की स्थिति में रेलगाड़ी में ब्रेक लगने की व्यवस्था इस प्रणाली के नवीनतम संशोधन में ही की गई है। नवीनतम विशिष्टता के अनुरूप इस व्यवस्था का प्रावधान अभी 30 रेकों (750 डिब्बों) के लिए उपलब्ध है। रेल राज्य मंत्री श्री कोटला जय सूर्य प्रकाश रेड्डी ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। Source : PIB |
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