रेल राज्य मंत्री श्री अधीर रंजन चौधरी ने आज लोकसभा में पूछे गए एक
प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि ए1, ए, एवं सी कोटिके स्टेशनों
और पर्यटन महत्व के स्टेशनों पर वांछनीय सुविधाओं के रूप में
एस्केलेटरों की व्यवस्था के लिए नीतिविषयक दिशा-निर्देश मौजूद हैं
और धनराशिकी उपलब्धता के मद्देनजर इनकी व्यवस्था करने की योजना है। अभी
तक, 71 रेलवे स्टेशनों पर 186 एस्केलेटरों और मेट्रो रेलवे कोलकाता और
चैन्ने के उपनगरीय खंडों सहित 44 स्टेशनों पर 101 लिफ्टों की व्यवस्था
कर दी गई है। इसके अतिरिक्त, रेलवे स्टेशनों के लिए 471 अधिक
एस्केलेटरों और 400 लिफ्टों के लिए स्वीकृतिमौजूद है। रेलवे स्टेशन
जहां एस्केलेटर और लिफ्टों को मुहैया कराया गया है और मुहैया कराए जाने
की योजना है।
उन्होंने बताया कि2013-14 के दौरान योजना शीर्ष-यात्री सुविधाओं के तहत 895 करोड़ रु. आबंटित किए गए हैं और एस्केलेटर मुहैया कराए जाने के लिए निधियां आवश्कता के अनुसार आबंटित की जाती हैं। महत्वपूर्ण स्टेशनों पर एस्केलेटर मुहैया कराना एक सतत प्रक्रिया है और इसे आवश्यकता, निर्माण कार्यों की पारस्परिक प्राथमिकता और निधियों की उपलब्धता के अनुसार पूरा किया जाता है। एस्केलेटरों का रख-रखाव सामान्यत: वार्षिक अनुरक्षण ठेके (एएमसी) के माध्यम से किया जाता है।
PIB
उन्होंने बताया कि2013-14 के दौरान योजना शीर्ष-यात्री सुविधाओं के तहत 895 करोड़ रु. आबंटित किए गए हैं और एस्केलेटर मुहैया कराए जाने के लिए निधियां आवश्कता के अनुसार आबंटित की जाती हैं। महत्वपूर्ण स्टेशनों पर एस्केलेटर मुहैया कराना एक सतत प्रक्रिया है और इसे आवश्यकता, निर्माण कार्यों की पारस्परिक प्राथमिकता और निधियों की उपलब्धता के अनुसार पूरा किया जाता है। एस्केलेटरों का रख-रखाव सामान्यत: वार्षिक अनुरक्षण ठेके (एएमसी) के माध्यम से किया जाता है।
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